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गज़ल बढ़ गयी है के घट गयी दुनिया मेरे नक़्शे से कट गयी दुनिया ' तितलियों में समा गया मंज़र मुट्ठियों में सिमट गयी दुनिया अपने रस्ते बनाये खुद मैंने मेरे ...